सखी रे प्रेम नगर छूटल जाला रे निर्गुण लिरिक्स

सखी रे प्रेम नगर छूटल जाला रे       ( निर्गुण ) मोरा जियारा बड़ा घबराला रे मोरा जियारा बड़ा घबराला सखी रे प्रेम नगर छूटल जाला रे मोरा जियारा बड़ा घबराला रे मोरा जियारा बड़ा घबराला   बाबा गइले बजार रुपया लेइके दुई चार बाबा गइले बजार रुपया लेइके दुई चार सखी रे ललकी … Read more