छोड़ीके परईल ए संवरू निर्गुण लिरिक्स, मदन राय

भँवरवा के तोहरा संघे जाइ

छोड़ीके परईल ए संवरू निर्गुण लिरिक्स, मदन राय छोड़ीके परईल ए संवरू छोड़ी के परईला ए संवरू कईसे भवनवा रही ए राम कईसे भवनवा रही ए राम छोड़ी के परईला ए संवरू कईसे भवनवा रही ए राम                  कईसे भवनवा रही ए राम जहीया से गइला पठवल न … Read more