बारी मोरी अबही उमिरिया लिरिक्स, मदन राय के निर्गुण

भँवरवा के तोहरा संघे जाइ

बारी मोरी अबही उमिरिया लिरिक्स, मदन राय के निर्गुण      बारी मोरी अबही उमिरिया बारी मोरी अबही उमिरिया आ विधाता दिनवा धई दिहले ए राम, बारी मोरी अबही उमिरिया आ विधाता दिनवा धई दिहले ए राम सजना सयान हम नादान त कइसे के गवानवा जाईब ए राम, सजना सयान हम नादान त कइसे के … Read more

के खोली कपट केवड़िया हो सदगुरु बिना साहेब लिरिक्स, मदन राय

भँवरवा के तोहरा संघे जाइ

के खोली कपट केवड़िया हो सदगुरु बिना साहेब लिरिक्स, मदन राय                             के खोली..के खोली कपट केवड़िया हो सदगुरु बिना साहेब को खोली कपट केवाड़िया हो सदगुरु बिना साहेब-2 नईहर में कुछहुं न सिखनी नईहर में कुछहुं न सिखनी-3 ससूरे में भईली  फुहरिया … Read more

जहीया हंसा छोड़ी पराई निर्गुण लिरिक्स, भरत शर्मा व्यास

एक अचरज हम देखनी

जहीया हंसा छोड़ी पराई निर्गुण लिरिक्स, भरत शर्मा व्यास आआ…..आ..आ..आआ…..आ.. बैध मुआ रोगी मुआ, मुआ सकल संसार एक कबीरा ना मुआ जाके नाम आधार आरे देहिया माटी में मिल जाइ रे जहिया हंसा छोड़ी पराई, देहिया माटी में मिल जाइ रे जहिया हंसा छोड़ी पराई, आरे देहिया होहो…हो आरे देहीय ….. आरे माटी में मिल … Read more

छोड़ीके परईल ए संवरू निर्गुण लिरिक्स, मदन राय

भँवरवा के तोहरा संघे जाइ

छोड़ीके परईल ए संवरू निर्गुण लिरिक्स, मदन राय छोड़ीके परईल ए संवरू छोड़ी के परईला ए संवरू कईसे भवनवा रही ए राम कईसे भवनवा रही ए राम छोड़ी के परईला ए संवरू कईसे भवनवा रही ए राम                  कईसे भवनवा रही ए राम जहीया से गइला पठवल न … Read more

कईसन बारे लक्ष्मण देवरवा लिरिक्स- पूनम शर्मा के भक्ति गाना

ममहर से अइले भरत

 बारे लक्ष्मण देवरवा लिरिक्स- पूनम शर्मा कईसन बारे लक्ष्मण देवरवा लिरिक्स हरे राम हरे राम हरे राम हरे हरे हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे कृष्णा हरे हरे कईसन बारे लक्ष्मण देवरवा कैइसन प्रभू जी मोर कईसन बारे लक्ष्मण देवरवा कइसन प्रभू जी मोर पुछतारी सिया हो मईया गिरता नयनवा से लोर पुछतारी सिया हो मईया … Read more

राजा पिय जनी गांजा लिरिक्स- भरत शर्मा व्यास के लोकगीत

एक अचरज हम देखनी

राजा पिय जनी गांजा लिरिक्स- भरत शर्मा व्यास के लोकगीत आआ……आआ…… आ…….. खराब हो जईबआ हो खराब हो जईबआ-2 राजा पिय जनी गांजा हो खराब हो जईब खराब हो जईबआ हो खराब हो जईबआ-2 राजा पिया जनी गांजा हो खराब हो जईब ना पियबा त सुना बलमुआ बनल रही शरीर ना पियबा त सुना बलमुआ … Read more

एक त मा बारी भोरी लिरिक्स-मदन राय निर्गुण

1. एक त मा बारी भोरी दूसरे पियावा गइलन रे चोरी – दोहा- की नागन बैठी राह में, बिरहन पहुंची आय नागन डर गई आप के, कि बिरहन डंस न जाय नाहर के नख में बसे, दन्ते बसे भुजंग की बिच्छी के पोछी बसे, बिरहन के सब अंग एक त मा बारी भोरी दूसरे पियावा … Read more