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मन के सांवरिया बन गइल तु लिरिक्स- उदित नारायण, कल्पना

मन के सांवरिया बन गइल तु- उदित नारायण, कल्पना

फिल्म – प्रतिज्ञा, कलाकार- दिनेशलाल यादव निरहुआ, पाखी हेगड़े, सिंगर- उदित नारायण और कल्पना, संगीत- राजेश रजनीश  गीतकार – विनय बिहारी

 

मन के सांवरिया बन गइल तु
चुपके से इ का कइल तु
नस नस मे तु गइल समाए-2
डाल दिहल परेशानी मे, गजब के
रोग धरा दिहल ए राजा हमके जवनी मे
गजब के
रोग धरा दिहल ए राजा हमके जवनी मे

लागल बा तोहरे से मन की लगनवा
तोहरे में बसे लागल बा मोर परनवा
लागल बा तोहरे से मन की लगनवा
तोहरे में बसे लागल बा मोर परनवा
अखियां में तोहरे बसल बा सपनावा
तोहरे के मान चुकल बानी सजनवा
अखियां में तोहरे बसल बा सपनावा
तोहरे के मान चुकल बानी सजनवा
बन के रसीली रस गईलु तू
दिलवा के भीतरी बस गईलु तू
तोहरा सिवा कुछऊ ना बुझाय
सुनी ल ई जिंदगानी में गजब के
रोग धरा दिहलु ए रानी हमके जवनी मे
गजब के
रोग धरा दिहलु ए रानी हमके जवनी मे

पहीरा दा हमके अपना नाम के कंगनवा
दुल्हीन बनाके हमके ले जा अँगनवा
पहीरा दा हमके अपना नाम के कंगनवा
दुल्हीन बनाके हमके ले जा अँगनवा
होओ.. मंगिया सजाईब तोहके दिहली बचनवा
छोरब ना साथ खइली प्यार के कसमवा
मंगिया सजाईब तोहके दिहली बचनवा
छोरब ना साथ खइली प्यार के कसमवा
कहीले कसम से जच गई ला तु
मेहंदी बन के के रच गईला तू
कहीया ले ललसा देबा पुराय बोला प्रेम कहानी में
गजब के
रोग धरा दिहल ए राजा हमके जवनी मे
गजब के
रोग धरा दिहल ए राजा हमके जवनी मे

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https://youtu.be/XxHk7S8tM2g

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