आजु जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे लिरिक्स: हल्दी गीत, विवाह गीत

आजु जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे

Singer – कल्पना पटवारी

आजु जनकपुर में माड़वा

आजु जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे

आजु जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे

सीता के चढ़ेला हरदिया मनभावन लागे

 

हरे हरे बांसवा के माड़वा छवइले चाचा

हरे हरे बांसवा के माड़वा छवइले चाचा

चवमुख दियावा जराये हो मनभावन लागे

आजु जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे

 

इहे मड़उआ तरे बेटी के पापा आसन लागावे

इहे मड़उआ तरे बेटी के पापा आसन लागावे

शुभे शुभे करीहे बियाहवा हो सुहावन लागे

आजू जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे

 

माड़वा के बिचे बिचे कलशा धराइल

माड़वा के बिचे बिचे कलशा धराइल

सखी सब गावे मंगल गितवा मन भावन लागे

आजू जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे

 

गाना न. २  मैथिली ठाकुर

 

आज जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे

आज जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे

सीता के चढ़ेला हरदिया मन भावन लागे

 

हरे हरे बांसवा कटवले जनक राजा

हरे हरे बांसवा कटवले जनक राजा

मन में सुनैना रानी के बजेला आनंद बाजा

मन में सुनैना रानी के बजेला आनंद बाजा

सोर भईले सागरो महलिया बाड़ा लुभावन लागे

सीता के चढ़ेला हरदिया मन भावन लागे

आजू जनकपुर में माड़वा बड़ा सुहावन लागे …

सीता के चढ़ेला हरदिया मन भावन लागे

 

धनी रे नगरिया के उमड़ल भागीया

धनी रे नगरिया के उमड़ल भागीया

लगली सुनर सिया के अमर सुहगिया

लगली सुनर सिया के अमर सुहगिया

चौका पुरावल अंगनवा बड़ा पावन लागे

आजू जनकपुर में माडवा बड़ा सुहावन लागे…

सीता के चढ़ेला हरदिया मन भावन लागे

 

आंखी के पुतरिया के भेजिहें नगरिया

आंखी के पुतरिया के भेजिहें नगरिया

धड़की धड़की जइहें गिरिहें बिजुरिया

धड़की धड़की जइहें गिरिहें बिजुरिया

झर झर बरसे नयनवा जैसे सावन लागे

आजू जनक पुर में मड़वा बड़ा सुहावन लागे

सीता के चढ़ेला हरदिया मन भावन लागे

 

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