लो आ गई प्रभु की याद भजन लिरिक्स: फिल्मी तर्ज भजन लिरिक्स

लो आ गई प्रभु

तर्ज- लो आ गई उनकी याद वो नहीं आये

लो आ गई प्रभु की याद प्रभु नही आए
लो आ गई प्रभु की याद प्रभु नही आए

दिल प्रभु को ढूंढता है गम का सिंगार करके
दिल स्वामी को ढूंढता है गम का सिंगार करके
आंखे भी थक गई है अब इंतजार कर के
आंखे भी थक गई है अब इंतजार कर के
एक सांस रह गई है वो भी न टूट जाए
लो आ गइ प्रभु की याद प्रभु नही आए
लो आ गई….

रूठी हैं आज हम से, तनहाइयाँ हमारी
रूठी हैं आज हम से, तनहाइयाँ हमारी
वो भी न पाये शायद, परछाइयाँ हमारी
वो भी न पाये शायद, परछाइयाँ हमारी
बढ़ते ही जा रही हैं, रावण के अत्याचारी
लो आ गयी… याद   …

लौ थरथरा रही है, अब शम्म-ए-जिन्दगी की
लौ थरथरा रही है, अब शम्म-ए-जिन्दगी की
उजड़ी हुई है किस्मत, मेहमाँ है दो घड़ी की
उजड़ी हुई है किस्मत, मेहमाँ है दो घड़ी की
मर कर ही अब मिलेंगे, जी कर तो मिल न पाये
लो आ गयी… याद   …

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